Delhi to Spiti valley tour guide
घूमना-फिरना किसे पसंद नहीं है और अगर आपका ये घूमना ऐसी जगह का हो जो बहुत ही सुन्दर,अद्भुत, अकल्पनीय, हिमखंडों से घिरी, आसमान छूते शैल-शिखरो से भरी और साहस से भरी हो तो कोई क्यों नहीं जाना चाहेगा।मैं और मेरे दोस्तों का ग्रुप हमेशा ऐसी जगहों पर जाना पसंद करता है जो कुछ अलग हो। ऐसी जगहों के बारे में में आपको ज्ञानलोक की इस घुमक्कड़ शृंखला में बताऊंगा।
मैं जिस टूर की बात करूँगा वो टूर है स्पीति वैली ( Spiti valley) का जहाँ हम अपनी स्विफ्ट कार से गए थे। ये टूर 7 दिन का था। हम बृहस्पतिवार (30 जून 2016) को निकले थे और बृहस्पतिवार (7 जुलाई 2016) को ही वापिस घर पहुंचे। ये सात दिन का टूर हमारे अब तक के सभी टूर से सबसे ज्यादा यादगार रहा। इसके बहुत बड़ी वजह स्पीति वैली ( Spiti valley) का अद्भुत नजारा है। यहाँ के रास्ते हैं। किन्नौर, स्पीति, लाहौल, कुुंजुम दर्रें (kunzum pass) जैसी घाटियों का सफर उत्तेजना और रोमांच से भर देता है। कुछ लोग लद्दाख के रास्तो को सबसे रोमांचक और कठिन मानते है वो इसलिए क्योकि वो लाहौल-स्पीति कभी गए ही नहीं। जिनको नहीं घूमने का शोक है वो एक बार लाहौल-स्पीति का टूर जरूर करें। इससे लाहौल-स्पीति(Spiti) इसलिए बोला जाता है लाहौल और स्पीति एक दूसरे से सटी अलग-अलग घाटियों के नाम हैं लेकिन प्रकृति की विविधताओं को बावजूद इनकी धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि काफी हद तक समान है। आपके लिए ये जीवनकाल का एक अद्भुत और असाधारण अनुभव होगा।
रोड रूट– यहाँ जाने के 2 रूट है। या तो आप मनाली से शुरू करें रोहतांग दर्रा से निकल कर स्पीति से होते होये शिमला में अपना टूर खत्म करें या शिमला से स्पीति(Spiti) से होते हुए मनाली जा सकते है।
हमने अपना टूर शिमला से शुरू किया था
Our Tour route –
DELHI -> SHIMLA -> RAMPUR -> SARAHAN -> SANGLA -> CHITKUL –> KALPA –> NAKO -> TABO -> KAZA –>KEY MONASTERY -> LOSAR -> KUNZUM -> ROHTANG PASS -> MANALI -> DELHI
Google route map
इस रूट मैप से आप सब समझ सकते है। ये एक पूरा सर्किट है कुछ लोग इसे दो भागो में पूरा करते है वे शिमला से काजा जाते है और फिर वही से वापिस हो जाते है। फिर वे मनाली से काजा जाते है और वहा से वापिस। वैसे मेरी अनुसार आपको पूरा सर्किट करना चाहिए तभी इसका असली मजा है।
जाने का सही समय- यहाँ कब जाए कौन सा समय सबसे सही रहेगा ये मुख्य सवाल है। स्पीति वैली में अक्तूबर-नवंबर में बर्फ गिरना शरू हो जाता है जिसे यहाँ के बहुत से रास्ते बंद हो जाते है। यहाँ के रास्तो में कुुंजुम दर्रें (kunzum pass) और रोहतांग दर्रे (rohtang pass) दोनों मई या जून की शुरुआत में खुलते है। अगर आप शिमला से काज़ा तक जाने वाले है तो इन दोनों में से कोई भी आपके रास्ते में नहीं आएगा। किंतु अगर आपको पूरा सर्किट जाना है तो या पता होना बहुत जरुरी है कि ये खुले है या नहीं। आप मई के आखिरी हफ्ते से जुलाई के दूसरे हफ्ते के बीच जा सकते है। रोहतांग दर्रे जून के पहले हफ्ते के आस-पास में खुलता है। इन दिनों आपको एक दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है वो है रास्ते सही नहीं होना इन दिनों रास्तो में काम चल रहा होता है और बर्फ भी पिगल रही होती है तो आपको ऊपर से आने वाले झरनों में काफी पानी मिलेगा जो आपके रोड पर से गुजरता है। जुलाई के दूसरे हफ्ते के बाद वह मानसून का आगमन हो जाता है वैसे स्पीति में बारिस न के बराबर होती है इसको पहाड़ो का रेगिस्तान भी कहा जाता है लेकिन मानली की तरफ जाते हुए आपको हिमालय के जिन इलाकों से होकर गुजरना होता है वह बारिश हो जाती है और वहाँ जबरदस्त भू-स्खलनों होने की पूरी संभावना रहती है। इसलिए इस समय स्पीति न ही जाए।
इसके अलावा आप सितम्बर और अक्टूबर के तीसरे हफ्ते तक वह जा सकते है ये बहुत अच्छा मौसम है वह जाने के लिए। इस वक्त स्पीति के लगभग हर एक दर्शनीय स्थलों के मार्ग खुले मिलते हैं।
Best time- May last week to July second week, September to third week of October
कैसे जाए- यहाँ जाने के लिए आपको पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी मिलेगा या आप मोटर बाइक से जा सकते है या आप अपनी कार से भी जा सकते है या आप प्राइवेट टैक्सी या टेम्पो ट्रेवलर से भी जा सकते है। शिमला से जा रहे है या मनाली से बस के समय का जरूर पता कर ले।
एक जरुरी बात- अगर आप अच्छे ड्राइवर है आप पहाड़ो में गाड़ी या बाइक चला चुके है तभी आप यहाँ अपने वाहन से जाए वरना प्राइवेट टैक्सी कर ले या बस से जाए। यहाँ के रोड आपको दूसरा मौका नहीं देते। यहाँ ड्राइव करते समय गलती की कोई माफ़ी नहीं है।
तैयारी जरुरी है- अगर आप अपने वाहन से जाने की सोच रहे है तो आपको सब तैयारी करनी बहुत जरुरी है। कुछ जरुरी सामान जो आपके साथ होना ही चाहिए।
- अगर आप कार या बाइक से जा रहे है तो सबसे जरुरी है उसका इधन पैट्रॉल/ डीज़ल। अगर आप बाइक से है तो आपको अपना पैट्रॉल साथ में कैन्स में ले जाना पड़ेगा क्योकि आखिरी पैट्रॉल पंप आपको काज़ा में मिलेगा फिर उससे आगे मनाली की तरफ मिलना मुश्किल है। कुछ जगहों पर आपको अनाधिकारिक तेल मिल सकता है पर रिस्क क्यों लेना जहा पंप मिले टैंक फुल करवाए और साथ में अपनी कैन्स में भरवा ले।
- मकैनिक टूल्स- इस रूट पर ये अच्छा होगा आप अपने साथ एक मिस्त्री लेलें या आपको थोड़ा बहुत बाइक या कार को सही करना आता है तो बहुत अच्छा। कोशिस करे इस टूर पर आप पुराना वाहन न लेकर जाए। जाने से पहले चेक कर ले आपके टायर्स बहुत सही कंडीशन में होने चाहिए क्योकि आपको पत्थरो के उप्पर से पानी में से और बहुत ही दुर्गम रास्तो से गुजरना है। अपने साथ बेसिक टूल, एक एक्स्ट्रा टायर /स्टेपनी, पंचर किट, हवा भरने का डिवाइस, गाड़ी खींचने में काम आने वाली रस्सी इत्यादि जरूर रख ले।
- अपने साथ टॉर्च, रात को रुकना पड़े तो सोने वाले कपडे सर्दी से बचने वाले कबल, या टैंट, फर्स्ट ऐड बॉक्स कुछ मेडिसन जैसे सर दर्द की, चक्कर रोकने वाली, उल्टी रोकने वाली, पेट दर्द रोकने वाली, या आपको कोई और मेडिकल प्रॉब्लम है तो उसको दवाई जरूर रख ले। इस तरह की दिक्कत हो जानी वह आम बात है क्योकि आप बहुत उचाई पर होंगे और वह दवाब बहुत होता है
- आपका पहचान पत्र- आपके सामान के साथ ये एक बहुत जरुरी वस्तु है जो आपको लेकर जानी है। इस रूट पर बहुत जगह आपको पुलिस चेकिंग मिलेगी जहा आपको अपना पहचान पत्र दिखाना होता है और अपने साथ के सभी लोगो की डिटेल्स बतानी होती है।
- नगद पैसा- बड़े शहर के लोगो नगद कम क्रेडिट कार्ड्स ज्यादा रखते है। लेकिन अगर आप स्पीति जा रहे है तो आपको नगद पैसा ही ले जाना पड़ेगा यहाँ कार्ड्स तो चलते नहीं है साथ में आपको एटीएम मशीन भी नहीं मिलेगी काज़ा में आपको SBI का एटीएम मिलेगा किंतु वो भी उस समय चल रहा हो पता नहीं। इस लिए नगद पैसे रखे और जितने भी लोग साथ में है सब अलग अलग कुछ कुछ पैसे अपने पास रखें। वैसे आप 7000 to 10,000 प्रति व्यक्ति के बजट में ये सर्किट पूरा कर सकते है।
इस तरह ये कुछ जरुरी बाते है जिनका आप यहाँ जाने से पहले ध्यान रखे।
इस लेख में मैंने आपको स्पीति(Spiti) वैली जाने का सही समय, सही रूट यानि रास्ता, किन किन बातो का ध्यान रखना है, क्या क्या ले कर जाना है इत्यादि ये सब बताया। अगले लेख में आपको बताऊंगा हमारा खुद का अनुभव हमने कैसे इस स्पीति वैली के सर्किट को पूरा किया और हमे क्या क्या दिक्कते आयी और हमने अपना रूट प्लान क्या रखा।