COVID-19 महामारी या इसे कोरोना वायरस महामारी (corona virus epidemic) भी बोल सकतें है, से सभी डरे हुए है इसकी बहुत बड़ी वजह इसकी कोई दवाई (Vaccine) ना होना है। डॉक्टर्स अलग अलग दवाई को मिलकर इसके इलाज में उपयोग कर रहे है परन्तु इस रोग को जो पूरी तरह से खत्म कर सके और आगे आपको ये इन्फेक्शन न हो उसे बचा सके ऐसी कोई दवाई (Vaccine) अभी मार्किट में नहीं आयी है।
अब इस रोग के इलाज के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा की बात करें तो हमारे देश में आयुर्वेदिक चिकित्सा तो देश के सभी भागों में बहुत लोकप्रिय है। आयुर्वेदिक डॉक्टर्स और वैज्ञानिकों ने कुछ-कुछ प्रयोग बताये है जिनसे इस बीमारी से लड़ा जा सकता है अभी इस पर और भी अनुसंधान चल रहें है।
आयुर्वेदा के अनुसार अगर आपका इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता) immune system मजबूत है तो पहले तो इस तरह के रोग आपको होंगे ही नहीं और अगर हो भी जाते है तो आप का इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता) immune system उसको सही कर देगा।
आयर्वेद में इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को मजबूत बनाने के लिए बहुत से टॉनिक आते है बहुत से जड़ी-बूटी जिन के प्रयोग से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाया जा सकता है। आजकल टीवी पर, अखबार में च्यवनप्राश (Chyawanprash) के बहुत विज्ञापन आ रहे है। बिना किसी शक के च्यवनप्राश (Chyawanprash) आयर्वेद का दिया हुआ एक वरदान है जो हमारे शरीर को मजबूत बनता है व् बहुत से रोगो को सही करता है। यह एक ऐसी औषधि है जिसे बच्चे से लेकर बूढ़े सभी ले सकते है और निरोगी रह सकते है।
कैसे बना च्यवनप्राश-
यह एक पुराणी लम्बी कहानी है और अगर इसको थोड़े शब्दों में बताये तो पुराणिक कहानियों में ये बताया जाता है कि च्यवन ऋषि की शादी एक राजकुमारी से हुई थी जो बहुत सुंदर थी। उनकी पत्नी उनसे बहुत प्यार करती थी। च्यवन ऋषि एक तपस्वी थे और बहुत तपस्या करने के कारण उनका शरीर बूढ़ा हो गया था। उनकी पत्नी की इच्छा थी कि वे फिर से जवान हो जाए। अपनी पत्नी की भक्ति और प्यार को देखते हुए च्यवन ऋषि ने यौवन की पुनर्प्राप्ति के लिए सूर्य पुत्र अश्विनी और कुमार से प्रार्थना की। इसके लिए अश्विनी कुमारों ने च्यवन ऋषि च्यवनप्राश तैयार करने की विधि बताई। जिसके सेवन से च्यवन ऋषि फिर से जवान हो गए और उनके ही नाम पर इस औषधि का नाम च्यवनप्राश (Chyawanprash) पड़ गया।
आज बजार में मिलने वाले च्यवनप्राश (Chyawanprash) उसी सूत्र (formula) से बनाये जाते है परन्तु कुछ जड़ी-बूटी अब धरती पर मिलती नहीं है तो उतना असरदार तो नहीं पर फिर भी ये एक बहुत असरदार औषधि है।
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च्यवनप्राश (Chyawanprash) के क्या क्या फायदे है-
अगर इसके फायदों के बात करें तो बहुत लम्बी लिस्ट है जैसे
- चरक सहिता के अनुसार सांस संबंधी रोग जैसे खासी, सांस लेने में तकलीफ, सर्दी जुकाम होना, टी.बी इत्यादि के लिए ये औषधि बहुत फायदे मंद है।
- इसका सेवन करने से इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता) immune system मजबूत होता है।
- च्यवनप्राश हमारे शरीर के ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता हैं किंतु अगर आपको कोलेस्ट्रोल हो चूका है तो उसमें ये फायदा नहीं करता है।
- छोटे बच्चो के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ये बहुत फायदेमंद है।
- च्यवनप्राश से यौन शक्ति बढ़ती है और ये यौन सम्बंधी बीमारियों को दूर करने में कारगर साबित होते हैं।
- च्यवनप्राश खाने से आपका मस्तिष्क शांत होता है जिससे तनाव जैसे रोग से आप बच सकते या सही हो सकते है।
- मूत्र सम्बंधित रोगो में ये बहुत मदद करता है।
- च्यवनप्राश खाने से हमारा पाचन तंत्र मजबूत रहता हैं।
- च्यवनप्राश आपकी याददास्त को मजबूत करता हैं अगर किसी को भूलने की समस्या है तो उन्हें जरूर खाना चाहिए।
- च्यवनप्राश में बहुत सारे एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं इसलिए इसे उम्र को कम करने वाली औषधि बोला जाता है।
- च्यवनप्राश शरीर के तीनो दोषों ,वात, पित्त, कफ को भी संतुलित करता है। इसमें लवण रस को छोडकर पांचों रस भरे हुये हैं।
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क्या च्यवनप्राश (Chyawanprash) कुछ नुकसान भी करता है ?
आयुर्वेद में बहुत सी जड़ी-बूटी और औषधि है जो हमारे शरीर के हर रोग को सही कर सकते है। परन्तु हर औषधि हर शरीर के लिए सही हो ये नहीं है। एक अच्छे आयुर्वेद डॉक्टर / वैद्यराज से सलाह लेंगे तो कोई भी औषधि देने से पहले वो आपके शरीर को समझेंगे और उसके अनुसार आपको औषधि देंगे। इसी तरह गुणों से भरपूर च्यवनप्राश (Chyawanprash) भी हो सकता है आपके शरीर पर सही अनुकूल न हो। किस किस को च्यवनप्राश (Chyawanprash) नहीं खाना चाहिए।
- च्यवनप्राश आपके कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता हैं किंतु अगर आपको कोलेस्ट्रोल बड़ा हुआ है तो उसमें आप च्यवनप्राश (Chyawanprash) ना खाये।
- अगर आपको डायविटीज है तो च्यवनप्राश खाने से बचना चाहिए क्योंकि इस में चीनी होती है तो यह ऐसे मरीजो को नुकसान पहुंचा सकता हैं।
- गर्मियों के मौसम में च्यवनप्राश खाने से बचना चाहिए क्योकि इसकी तासीर गरम होती है।
- च्यवनप्राश (Chyawanprash) एक तरह का टॉनिक है शक्तिवर्धक और शरीरवर्धक औषधि है तो अगर आप अपने वजन को कण्ट्रोल करना चाहते है या कम करना चाहते है तो आप च्यवनप्राश (Chyawanprash) ना खाये।
- अगर आपकी पाचन शक्ति कमजोर है तो इसका सेवन करें।
- अगर आप ज्यादा शारीरक श्रम नहीं करते तो आप च्यवनप्राश (Chyawanprash) ना खाये क्योकि इस स्थिति में ये आपका वजन बड़ा देगा।
अब अगर आप च्यवनप्राश (Chyawanprash) नहीं खा सकते तो अपने इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को मजबूत करने के लिए क्या करें। इसके लिए आप मेरा लेख “कैसे बनाये अपने इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को मजबूत ?(How to strengthen your immune system?)” पढ़ सकते है इसमें सारी जानकारी आपको मिल जाएगी।
ध्यान दें:– आपसे अनुरोध है कि यहाँ बताये गए प्रोडक्ट का प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर / वैद्यराज की सलाह जरूर ले। उपरोक्त वर्णित सभी जानकारी अनुभव एवं अनुशंधान के आधार पर लिखी गई हैं, जानकारी के अनुसार किये जाने वाले प्रयोग या उपायों कि प्रामाणिकता एवं लाभ-हानि की जिन्मेदारी संपादक की नहीं हैं।
अगर आपको हमारा ये लेख – “कोरोना जैसे इन्फेक्शन से बचने के लिया क्या च्यवनप्राश लेना सही है?(Is it right to take Chyawanprash to avoid infection like Corona)” पसंद आया हो तो अपनी प्रतिक्रिया(comments) जरूर लिखें।