सुखी (happiness) व आनंदमय जीवन (Happier Life) हर इंसान चाहता है शायद ही इस दुनियाँ में कोई इंसान हो जो दुखी रहना चाहता हो परन्तु हमारे जीवन में बहुत कुछ होता है जिन पर हमारा नियंत्रण नहीं होता और इसके कारण जीवन में दुःख या अशांति हो जाती है। सुखी जीवन (Happier Life) जीने के रहस्यों की कोई एक किताब नहीं है कि उसको पढ़ लो और सीख लो। ये तो आपके ही नियंत्रण में है इसके लिए तो बस आपको अपनी दैनिक गतिविधियो और अपनी सोच में कुछ-कुछ बदलाव करने की जरुरत है।
सुख या खुशी (HAPPINESS) हासिल करने योग्य लक्ष्य नहीं है यह आपके द्वारा किए कार्यो से आपके मन को मिली संतुष्टि है आपके पास जितनी अधिक संतुष्टि होगी उतनी अधिक खुशी होगी उतना ही आप अपने जीवन में सुखी होंगे।
हर परिस्थितियों में भी खुश रहने वाले लोगो से उनके खुश रहने के राज को समझ कर मैंने अपने खुद के जीने और सोचने के तरीको में कुछ बदलाव किये और पाया कि कुछ तरीके है जिनको अगर आप अनुसरण करें तो आप भी अपने जीवन को ज्यादा से ज्यादा खुशी के साथ जी सकते है।
- सकारात्मक सोच रखें (Always think Positive) – ये सबसे प्रथम और सबसे जरुरी हिस्सा है। जैसा आप सोचते है वैसे ही आप बनते है वैसा ही आपका जीवन चलता है। आप सकारात्मक बातो पर ध्यान देंगे नकारात्मक विचारों से बचेंगे तो आप को आपने आप ही अपने जीवन में सुख और खुशी का अहसाह होगा। अगर हम एक खुशहाल जीवन चाहते हैं तो हमें हमेशा हर स्थिति में बहुत सकारात्मक होना होगा। अपने विचारो पर नियंत्रण करना कोई आसान काम नहीं है इसके लिए आपको प्रतिदिन अभ्यास करना होगा धीरे-धीरे आप अपनी नकारात्मक सोच और विचारो से बचने का तरीका समझ जाएंगे।
- मैडिटेशन(ध्यान लगाना) Meditation- अपने विचारों को और अपने मन को नियंत्रण में रखने का सबसे अच्छा तरीका है मैडिटेशन मतलब ध्यान लगाना। आज की भाग दौड़ की दुनिया में हमने अपने आपको इतना उलझा लिया है कि हमारा मन कभी शांत नहीं रहता। हर पल एक के बाद एक बहुत से विचार मन में आते रहते है जो आटोमेटिक है इन पर अपना नियंत्रण नहीं है किन्तु मैडिटेशन(ध्यान लगाना) एक ऐसी विधि है जो आपको ये सब नियंत्रण में करना सिखाती है। ये ना सिर्फ आपके मन को शांत करती है बल्कि आपके शरीर को भी स्वस्थ रखने में मदद करती है। मैडिटेशन(ध्यान लगाना) की बहुत से विधियाँ है जो आपको अपने अनुकूल लगे आप उसके अनुसार मैडिटेशन(ध्यान लगाना) कर सकते है।
- सुबह में समाचार ना पढ़े- इस बात पर गौर करें कि जब आप सुबह में समाचार पढ़ते है या टीवी पर देखते है तो क्या आपको अच्छा लगता है या आपको थोड़ा गुस्सा और थोड़ा दुःख होता है। अगर समाचार के सुने या पढ़ने का आपके काम से कोई सम्बन्ध नहीं है तो सुबह सबसे पहले ये देखना और सुनना छोड़ दें। हमारे यहाँ की अखबारों और न्यूज़ टीवी चैनल्स में खून, रेप, लूटपाट, फालतू की नेताओ की बहस के आलावा कुछ नहीं आता। इन सबसे सुबह-सुबह ही आपका मन अशांत हो जाता है आपको लगेगा देश में सब ख़राब ही ख़राब है कुछ अच्छा ही नहीं है। काम पर जाने से पहले ही आपका मन नकारात्मक विचारों से भर जायेगा। इस से अच्छा आप कोई हास्यप्रधान नाटक देख सकते है अच्छा संगीत सुन सकते है जिससे अपने आप ही आपको सकारात्मक महसूस होगा नई ऊर्जा मिलेगी और सुख का अनुभव होगा।
- प्रतिदिन व्यायाम करें- अगर आपके पास सब कुछ है और आपकी सेहत आपका स्वास्थ्य सही नहीं है तो भी आप सुख का आनंद नहीं ले सकते है। सुखी जीवन का स्वस्थ शरीर भी एक हिस्सा है। व्यायाम से न सिर्फ आपका शरीर स्वस्थ होता है बल्कि आपका मन आपकी बुद्धि भी स्वस्थ होती है। इसके लिया जरुरी नहीं आप घंटो जिम में लगाए आप घर पर योगासन भी कर सकते है। व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बना ले फिर देखे आपको सुख (Happier Life)का अहसास होगा।
ये बहुत आसान और बहुत कम तरीके है जिनको आप अपने दिनचर्या में शामिल करें और ये बदलाव अपने जीवन में लाये आप महसूस करेंगे कि आप पहले से ज्यादा सुख और खुश है।
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