जब हम सुख(happiness) की बात करते है तो उसकी परिभाषा हर इंसान के लिए अलग अलग है। सुखी होना मतलब खुश (happy) होना। अब किसी के लिए उसके अच्छे सपनो का सच हो जाना सुख का अनुभव है, किसी भूखे को अच्छा खाना मिल जाने से खुशी मिलती है उसको सुख का अनुभव होता है, छोटा बच्चा अपनी माँ को देखकर सुख का अनुभव करता है, व्यवसायी को व्यापार में मुनाफा मिलना खुशी देता है, साधु को ईश्वर की भक्ति में सुख का अनुभव मिलता है खुशी मिलती है, माता-पिता अपने बच्चो को खुश देख कर सुख(happiness) का अनुभव करते है, कुछ लोगो के लिए किसी को हँसाना उसे खुश करना, सुख का अनुभव है।
कुछ लोगो के अनुसार मन की शांति ही सच्चा सुख है। इसलिए वो मन की शान्ति के लिए आध्यात्मिकता की ओर चल पड़ते है। कुछ बुद्धिजीवो का मानना है कि खुश रहना आपकी इच्छा पर निर्भर हैं आप हमेशा खुश रहना चाहते हो तो रह सकते हो।
क्या वास्तव में पैसे से सुख खरीद सकते है ? ये एक बड़ा ही जटिल विषय है इसमें भी अलग अलग लोगो की अलग अलग राय है। कुछ सोचते है की अगर उनके पास बहुत सा पैसा होगा तो वो सुखी होंगे। बल्कि कुछ तो ये भी मानते है कि जितना पैसा बढ़ेगा उतनी ही खुशी बढ़ेगी। कुछ मानते है कि पैसा सब बुराई की जड़ है। जितना पैसा बढता है इंसान उतना गलत कामों में शामिल होता है।
कुछ मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि “अगर पैसे से आपको खुशी नहीं मिल रही है तो इसका मतलब आप शायद पैसे सही से खर्च नहीं कर रहे।(If Money Doesn’t Make You Happy, Then You Probably Aren’t Spending It Right)“.
कुछ लोगो का मानना है कि पैसा सुख खरीदने का माध्यम नहीं है बल्कि यह दुख से बचने के लिए एक तंत्र है।
पैसा एक साहक हो सकता है खुशी पाने में किन्तु सुख तो आप कि अपनी चाहत से है कि आपको किस परिस्थिति में, क्या मिलने से, किसके साथ, क्या करने से सुख का अनुभव होता है। पैसा भौतिकवादी खुशी पाने का एक जरिया है जो अस्थायी है कुछ समय बाद उसका वजुद ख़त्म हो जाता है। आप अपने पैसे से दुसरो के लिए ख़ुशी जरुर खरीद सकते है। किसी बेघर के लिए घर खरीद कर आप उसको ख़ुशी दे सकते है, किसी भूखे के लिए भोजन खरीदकर आप उसको खुशी कर सकते है। आप किसी अनाथ को गोद लेकर अपना पैसा उसकी परवरिस में लगा कर उसकी जिन्दगी खुशियों से भर सकते है। आपको ये समझना पड़ेगा कि सच्चा सुख ओरो को सुख देने में है। आशावादी(optimist) बनो और दूसरों के लिय अच्छे काम करो आपको हर सुख(happiness) और हर खुशी मिलेगी।
3 thoughts on “क्या वास्तव में पैसे से सुख खरीद सकते है ? क्या अमीर होने से आप खुश हो जाएंगे ?”
Very nice sir, kitne kam sabdo me itni badhi bat kah diya
Thanks
Ye sab samjh jaaye tu insaan ka dukh bhi khatam ho jaaye. Bahut acha likha hai