Real estate investment

अगर आपको अमीर यानी wealthy बनाना है तो आपके पास दो प्रतिभा होनी बहुत ज़रूरी है एक पैसे कमाने की और दूसरी उस कमाए हुए पैसे को सही तरीक़े से निवेश (investment) करने की। पैसे कमाने के लिए आपको काम करना पड़ता है और जब आप इस पैसे को सही तरीक़े से निवेश करते है तो फिर आपका पैसा आपके लिए काम करता है और पैसा ही पैसा कमाता है।

अब सवाल आता है पैसे कैसे और कहां निवेश किया जाए? निवेश की बात की जाए तो दो तरह की निवेश विकल्प होते है एक कम जोखिम कम कमायी (low risk low return) दूसरा ज्यादा जोखिम ज्यादा कमायी (high risk high return)।
आप इसको इस तरह समझ सकते है कि आपको अपने निवेश पर ज़्यादा फ़ायदा चाहिए तो आपको पैसे ऐसी जगह लगाना पड़ेगा जहां आपको नुक़सान भी ज़्यादा हो सकता है। और अगर आप चाहते है कि कभी नुक़सान हो जाए तो सीमित हो ऐसे निवेश में आपको फ़ायदा होने पर फ़ायदा भी सीमित होता है।

निवेश के क्या-क्या विकल्प है इसके बारे में अगर हम बात करें तो एक लेख में उसको बता नहीं सकते है और अगर हम सबसे ज़्यादा प्रचलित निवेश विकल्प की बात करें तो दो विकल्प है एक शेयर बाजार में निवेश करना और दूसरा रियल एस्टेट में।

मुझे व्यक्तिगत रूप से रियल एस्टेट में निवेश (Real estate investing) करना पसंद है क्यूँकि शेयर बाजार में निवेश करने में कुछ समस्याएं है जैसे:-

  • शेयर बाजार में निवेश काफ़ी रीसर्च करनी पड़ती है आप जिस कम्पनी में पैसा लगाना चाहते है उसके बिज़नेस के बारे में आपको नॉलेज होनी चाहिए। आपको कम्पनी की financial statements और annual reports पढ़नी आनी चाहिए। शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आपको उन कंपनियों के बारे में समय निकलना होगा। ये हर किसी के लिए मुमकिन नहीं है।
  • आप किसी कम्पनी के शेयर लेते है और आपने बहुत रीसर्च की और सबसे अच्छी कम्पनी के शेयर लिए फिर भी रिटर्न आपके नियंत्रण से बाहर हैं। कम्पनी में उनके व्यवसाय से संबंधित होने वाले फैसले आपके नियंत्रण में नहीं है कम्पनी के किसी भी ग़लत फैसले से उनके शेयर गिर सकते है और आप इसे रोक नहीं सकते।
  • देश ओर देश के बाहर होने वाले राजनीतिक घटनायें जैसे चुनाव, राजनीतिक अस्थिरता, एग्जिट पोल, अपराध, अराजकता, आदि का शेयर बाजारों पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। सरकारों के राजनीतिक फैसले बाज़ार बार बार ऊपर नीचे होता रहता है।

अब अगर हम रियल एस्टेट में निवेश की बात करें तो उसमें जाने के लिए आपको ये पता होना चाहिए कि किस लोकेशन पर प्रॉपर्टी में निवेश करना सही है ना आपको बिज़नेस समझना है ना आपको financial statements और annual reports पढ़नी है ना आपको प्रतिदिन बाज़ार के समाचारों पर नज़र रखनी है।

आप पूरी दुनिया में नज़र घुमा कर देखे आपको पता चलेगा कि जो भी इंसान जल्दी से पैसे कमा कर उभरा है उसने दो में से एक काम किया है या तो वो कोई Entrepreneur है जिसने कोई प्रोडक्ट या सर्विस बनायी जिसको काफ़ी फ़ंडिंग मिली या किसी बड़ी कम्पनी ने उसे ख़रीद लिया या दूसरा वो जो रियल एस्टेट से जुड़ा हुआ है।

मैं पिछले सात सालो से इस बिज़नेस में हूँ। मैंने इतने सालो में किसी को रियल एस्टेट में निवेश में कोई बड़ा घाटा होता नहीं देखा। ये ज़रूर हुआ है कि कुछ ज़्यादा समय इंतज़ार करना पड़ा परन्तु जब निवेश पर रिटर्न मिला तो उसने सब कमी को पूरा कर दिया।

एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के सात प्रमुख शहरों में 2000-2009 के दौरान संपत्ति की क़ीमतों में औसतन 52 प्रतिशत की वृद्धि हुई और पिछले दशक में औसतन 38 प्रतिशत की वृद्धि हुई। दिल्ली NCR की बात करें तो पिछले 2 वर्षों में 25-30% तक वृद्धि हुई है।

रियल एस्टेट में निवेश करना मुझे इसलिए भी पसंद है क्यूँकि इस से आप किराए (Rent) के रूप में स्थिर आय उत्पन्न कर सकते है और साथ ही साथ आपकी प्रॉपर्टी की वैल्यू भी बढ़ती रहेती है। ये एक ऐसा निवेश है जिसमें आय भी आती रहेगी और आपका निवेश भी बढ़ता रहेगा।

रियल एस्टेट में निवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखें इस से जुड़े लेख भी आपको जल्दी इस ब्लॉग पर मिलेंगे।

Till then Happy Investing!!!

1 Comment

  1. real-estate main maine ek baar paisa dala tha bahut fayda nahi hua but maine jaise hi sale kiya uske 1 year baad uska price double ho gaya.. my bad luck

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