is your cooking salt is right for you

नमक (cooking salt) हमारे खाने का एक मुख्य घटक है और हमारे शरीर के लिए भी ये एक बहुत जरुरी तत्व है। नमक की हमारे शरीर को क्यों जरुरत है ये लगभग सभी को पता है तो समझने की बात ये नहीं है कि नमक की जरुरत क्या है समझने की बात ये है कि क्या आपका नमक जो आप अभी प्रयोग करते है आपके लिए सही है? अगर हम बात करे कि कितनी तरह के नमक है तो नमक में भी लगभग 10 से 12 प्रकार है। किन्तु हम सिर्फ उन नमक के बारे में बताएँगे जो हमारे देश में सामान्यतः इस्तेमाल में लिए जाते है और जो आसानी से बाजार में मिल जाते है।
मेरा इस लेख़ का लिखने का मुख्य उद्देश्य हमारे घरो में सबसे ज्यादा प्रयोग में आने वाले नमक के बारे में आपको बताना है। आपको पता होना चाहिए कि हम जाने अनजाने में क्या गलती कर रहे है।

सामान्य आयोडीन युक्त नमक(iodised salt)– यही वो नमक (cooking salt) है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा प्रयोग में लाया जाता है जिससे आयोडीन नमक बोला जाता है। यह नमक समुद्र के पानी से बनाया जाता है। समुद्र के किनारे जमीन में क्यारियाँ बना ली जाती है और उसके बाद समुद्र का पानी भर लिया जाता और पानी को धूप में सुखाया जाता है, धूप में सूखने के कारण सारा पानी वाष्पित हो जाता है और सिर्फ नमक बचा रह जाता है। उस नमक की सफाई होने के बाद नमक खाने योग्य बन जाता है। इस नमक को seasalt बोलते है। इस नमक को 1200 डिग्री पर गरम किया जाता है और इसके बाद इसकी ब्लीचिंग और शुद्धिकरण की जाती है। इस प्रक्रिया में में नमक के सारे प्राकर्तिक गुणकारी तत्व नष्ट हो जाते है। इस नमक में 3 से 5 सूक्ष्म पोषक तत्व ही बचते है। इसके बाद इसमें आयोडीन मिलाया जाता है। इस तरह से आपका आयोडीन नमक बनाया जाता है।
यह नमक बिलकुल भी हमारे शरीर के लिए फायदेमंद नहीं है बल्कि ये तो सबसे नुकसानदायक पदार्थ है। एक तो इसको समुद्र के पानी से बनाया जाता है जो सबसे अशुद्ध पानी होता है दूसरा इसको बनाने की परिक्रिया से इसको पूरी तरह से विषाक्त (toxic) बना दिया जाता है। उच्च रक्तचाप और हड्डियों के कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण यही नमक है। आयोडीन के नाम पर विज्ञापनो को दिखा दिखा कर हम सबके दिमाग में ये बात भर दी गयी है कि अगर आप इस नमक को नहीं खाते है तो आप में आयोडीन की कमी हो जायेगी और आपको घेंघा (Goiter) रोग हो जायेगा। ये बात सच है कि अगर आपके खाने में आयोडीन की कमी है तो आपको घेंघा (Goiter) रोग हो सकता है किन्तु हमारी दालों में, हरी सब्जियों में हमारी रोज की आयोडीन की जरुरत को पूरा करने लायक आयोडीन है हमें इस को अलग से नमक के जरिये से लेने की जरुरत नहीं है बल्कि नमक में भी आयोडीन लेने से हमारे शरीर में बहुत से रोगो आ रहे है। नपुंसकता के रोग की एक बहुत बड़ी वजह शरीर में आयोडीन की अधिकता है।

आयोडीन की कमी सिर्फ पर्वतीय क्षेत्रों में ही पाई जाती है इसलिए आयोडीन युक्त नमक केवल उन्ही क्षेत्रों के लिए जरुरी माना जाता है वो भी बहुत कम मात्रा में और वहां के लोग भी अपने खाने में कुछ बदलाव करें तो उनको भी इस आयोडीन युक्त नमक की जरुरत नहीं पड़ेगी। विदेशी और देसी कंपनियां अपने फायदे के चलते इस नमक को खूब प्रचार कर-कर के बेच रही है और इसके प्रयोग से हम अपने आप को बीमार बना रहे है। आपको ये जान कर हैरानी होगी कि दुनिया के 56 देशों ने अतिरिक्त आओडीन युक्त नमक 40 साल पहले बैन कर दिया था।

कौन सा नमक इस्तेमाल करें, कौन सा नमक स्वास्थ के लिए सही है- अब आपको पता चल ही गया होगा कि जाने अनजाने में हम नमक के नाम पर विषाक्त (toxic) पदार्थ का उपयोग किये जा रहे है। अब सवाल आता है कि हमें कोन सा नमक इस्तेमाल करना चाहिए। कौन सा नमक है हमारी सेहत के लिए सबसे अच्छा है। अब अगर अच्छे नमक (cooking salt) की बात करें तो ये वही नमक है जो सदियों से भारत में इस्तेमाल किये जा रहें थे अंग्रेजो के आने से पहले कोई भी इन आयोडीन नमक को नहीं जानता था इनके आने के बाद ही ये आयोडीन नमक भारत में आया। अगर आपको एक सही नमक चाहिए तो वो है सेंधा नमक (rock slat) ये भगवान का बनाया हुआ नमक है जो ‘सिंध या सिन्धु के इलाक़े में मिलता है। इससे व्रत वाला नमक भी कहा जाता है क्योकि ये सबसे शुद्ध माना जाता है। यह ह्रदय के लिये उत्तम, दीपन और पाचन मे मददरूप, त्रिदोष शामक, शीतवीर्य अर्थात ठंडी तासीर वाला, पचने मे हल्का है।

हजारो साल पुरानी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में भी भोजन में सेंधा नमक (rock salt) (cooking salt) के ही इस्तेमाल की सलाह दी गई है। काला नमक भी इस श्रेणी में आता है किन्तु उसका थोड़ा स्वाद अलग होता है इसलिए सेंधा नमक (rock salt) सबसे उत्तम विकल्प है। इसके गुणों की बात करें तो इसमें गुणों की भरमार है। सबसे पहले ये अम्लीय नहीं ये क्षारीय है (alkaline ) तो ये रक्त अमलता खत्म करता है जिससे शरीर के 48 रोग ठीक हो जाते हैं। ये नामक शरीर मे पूरी तरह से घुलनशील है। सेंधा नमक शरीर मे लगभग 97 पोषक तत्वो की कमी को पूरा करता है। अगर शरीर में इन पोषक तत्वो की कमी रहे तो लकवे (paralysis ) का अटैक आने का सबसे बढ़ा जोखिम होता है। सेंधा नमक वात, पित्त और कफ को दूर करता है। यह पाचन में सहायक होता है और साथ ही इसमें पोटैशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है जो हृदय के लिए लाभकारी होता है। यही नहीं आयुर्वेदिक औषधियों में जैसे लवण भाष्कर, पाचन चूर्ण आदि में भी प्रयोग किया जाता है।

तो आज ही अपने आयोडीन नमक को रसोई से निकाल फेंके और सेंधा नमक (rock salt) का इस्तेमाल करें और अगले एक साल में आपको अपने आप पता चल जायेगा कि ये आपका अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा निर्णय था।

अगर आपको ये नमक अपने लोकल बाजार में मिलने में दिक्कत हो रही है तो आप ऑनलाइन भी मंगवा सकते है।

सेंधा नमक (rock salt) से आप एक फायदा और ले सकते है। आजकल जो आर ओ (RO)और बोतलबंद पानी हम पीते है उसमें RO प्रक्रिया के कारण पानी के सभी खनिज पदार्थ भी निकल जाते है विशेष रूप से कैल्शियम और मैग्नीशियम (calcium and magnesium) निकल जाते है। लेकिन अगर आप उस पानी में थोड़ा सा सेंधा नमक (rock salt) मिला देते है तो ये सारे खनिज पदार्थ पूरे कर देता है। (RO)और बोतलबंद पानी के बारे में आप और जानकारी के लिए आप हमारा लेख “क्या आर ओ (RO)और बोतलबंद पानी सेहत के लिए सही है?” पढ़ सकतें है।

अगर आपको हमारा ये लेख – “क्या आपका नमक आपके लिए सही है ? (Is your cooking salt is right for you?)” पसंद आया हो तो अपनी प्रतिक्रिया(comments) जरूर लिखें।

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