The other side of failure, depends which side you see and how?
असफलता (failure) जिन्दगी का एक ऐसा पहलू है जिसका सामना हर कोई कभी न कभी करता ही है। परन्तु हम सभी के लिए इसकी परिभाषा अलग-अलग है क्योकि सभी की सोच अलग है सभी के विश्वास अलग है सभी का जीने का तरीका अलग है और जीवन में होने वाले उतार चढ़ाव से निपटने का तरीका भी अलग है। Thomas Edison का quote तो आप सभी ने सुना ही होगा जब वे 1000 बार बिजली का बल्ब बनाने में असफल रहें तो उन्होंने इसको सकारात्मक (positive) तरीके से लिया वे कहते हैं कि
मैं 1000 बार असफल नहीं हुआ बल्कि मैंने 1000 तरीके सीखें जिनसे बल्ब नहीं बनाया जा सकता है।
ये सब आपका नजरिया है कि असफलता (failure) को किस तरह समझते है। असफल (Fail) होने से सभी डरते है क्योंकि हमे बचपन से सिखाया जाता है कि असफल (Fail) होना बुरी बात है और यही डर आगे चल कर हमें वो सब काम करने से रोक देता है जिन्हे करके शायद हम जीवन में बहुत सफल हो सकते थे।
जब कोई इंसान असफल (Fail) होता है और उनके ऊपर नकारात्मकता (negativity) हावी हो तो उसके मन में एक ही ख्याल आता है “मेरी किस्मत ही खराब है” परन्तु ऐसा है नहीं। अगर आप 100 अलग अलग इंसानो से पूछो कि क्या वे कभी असफल (Fail) हुए है तो 98% लोगो का जवाब होगा हाँ।
मैं आपको इस लेख में ये नहीं बताने वाला कि आप किन तरीको से अपने असफलता से लड़ सकतें है बल्कि मैं आपको कुछ ऐसे लोगो के कहानी बताने वाला हूँ जिन्होंने अपनी असफलता (failure) को अवसर में बदल दिया। ये वे लोग नहीं है जिनकी कहानी आपको हर प्रेरक (motivational) किताब या वीडियो में मिलती है या किसी motivational speakers ने बताई हो जैसे whatsapp बनाने वाले जिन्हे facebook ने रिजेक्ट कर दिया था, Alibaba के फाउंडर जिन्हे किसी ने नौकरी नहीं दी, microsoft के सस्थापक Bill Gates जो पढ़ाई में अच्छे नहीं निकले और उनकी पहली कम्पनी Traf-o-Data जो एक बहुत बड़ी failure थी, आपके Amitabh Bachchan जिन्हे रेडियो में radio jockey की जॉब के लिए रिजेक्ट कर दिया गया था। इस तरह की हजारो लाखों लोग है जिन्हे असफलता (failure) मिली बार बार मिली फिर भी वे लगे रहें और आज बहुत अलग ही मुकाम पर है। सोचो पहली बार में ही अगर ये सफल हो जाते तो क्या वह बन पाते जो वे आज है।
मैं आपको कुछ ऐसे आम इंसानो की कहानी बताऊंगा जिनको मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूँ मतलब ऐसी कहानी नहीं जो मैंने किताबो में पढ़ी है बल्कि ऐसी जो मैंने अपनी आँखो से देखी है और मेरा मानना हैं कि जब हम ऐसे इंसानो के बारे में सुनते है जो हमारे ही जैसे है तो आपको हिम्मत मिलती है कि अगर ये कर सकते है तो मैं भी कर सकता हूँ।
जोगिन्दर पोसवाल
किसी और के बारे में बताने से पहले मैं आपको अपने ही बारे में बताना चाहूंगा क्योंकि जो बातें मैं आपको बोल रहा हूँ अगर उनका मेरे जीवन में ही कोई प्रभाव ना हो तो मैं कैसे किसी को सलहा दे सकता हूँ। मैंने भी असफलता (failure) देखी है अपने स्कूल टाइम में exam में असफल (Fail) होना फिर Indian Armed Forces में जाने का असफल प्रयास मुझे यहाँ ले आया जहाँ मैं अब हूँ।
उन सब विफलताओं ने मेरी सोच बदली जीने का तरीका बदला और जीवन की राह बदली। आज मैं एक सफल आईटी कंपनी चलता हूँ Content creator हूँ blogs लिखता हूँ, मैं एक Certified life coach और fitness & Nutrition Coach हूँ और मैं लोगो की Relationship, Career, Business, Family, Money, Health & Body और Communication से संबंधित परेशानियों से निकलने में मदद करता हूँ। इंग्लिश में बोलते है “A person who wears many hats”.
अपने शुरुआत के दिनों में असफल (Fail) होना और वहां से अपने को बदल कर पुरे जोश से फिर से लगना मुझे आज अपनी और दुसरो की नजर में एक सफल इंसान बनता है और अगर मैं उस समय असफल (Fail) नहीं हुआ होता तो शायद आज एक नौकरी कर रहा होता और इस अलग अलग तरह के जीवन के अनुभवो से वंचित रह जाता।
गौरव शर्मा
सन 2004 में Designing Institute में गौरव से मुलाकात हुई। एक पतला सा लम्बा सा बिलकुल साधारण पोशाक पहने वाला बहुत कम बोलने वाला लड़का जिसने अपने एक असफलता (failure) के बाद इस करियर को चुना। स्कूल की पढ़ाई पूरा करने के बाद गौरव के पास कोई चॉइस नहीं थी करियर के लिए, तो एक वर्कशॉप की तरफ रुख किया और अंदाज लगाइये क्या, वहां से उसे रिजेक्ट (reject) कर दिया गया। उस असफलता ने गौरव को ये समझाया कि बिना skill के दुनिया में आपका कोई वजूद नहीं है।
यही से शुरू होता है एक नयी जिंदगी का सफर। डिजाइन से संबंधित कोर्स में एडमिशन लेना उसके साथ डिजाइन में ही स्नातक (Graduation) करना और अपनी skills और क्वालिटी को उच्च श्रेणी तक ले जाना। आज गौरव काफी बड़ी बड़ी कम्पनियो में काम कर चूका है और अभी एक स्टार्टअप के साथ है जहाँ वो Six-Figure Salary लेता है। इतना ही नहीं जाने कितने ही अपने जैसे लड़को को डिज़ाइन करना सीखा कर नौकरी लगवा कर उनकी भी जिंदगी बना दी। उस वर्कशॉप के रिजेक्शन ने आज गौरव को इस मुकाम पर ला कर खड़ा कर दिया। अगर उस दिन वो असफलता (failure) गौरव की जिंदगी में नहीं आयी होती तो आज शायद वो कही वर्कशॉप में काम कर रहा होता या अपनी कोई छोटी-मोटी वर्कशॉप चला रहा होता।
सुनील चौहान
सुनील से मैं अपने कॉलेज के दिनों में मिला। एक हसता हुआ सबसे मजाक करने वाला गंभीरता से कोसों दूर रहने वाला लड़का। सुनील के पास भी स्कूल के बाद करियर के लिए कोई विकल्प नहीं था। सुनील ने चुना इलेक्ट्रीशियन का करियर जिसके लिए किसी के पास काम सीखना जरुरी था। सुनील को भी वहाँ रिजेक्शन मिला। ये वही अवस्था थी जहां सुनील को समझ आता है कि skills और education ये दो जीवन की सबसे मत्वपूर्ण जरुरत है।
सुनील ने स्नातक (Graduation) में एडमिशन लिया और साथ में एक मार्केटिंग एजेंसी में कुछ समय मार्केटिंग का काम सीखा और एक कम्पनी में Marketing Representative लग गया। एक अच्छे इंस्टीटूशन से MBA की डिग्री की और अपनी मेहनत के दम पर आज सुनील एक reputed कंपनी में Area sales manager है। इलेक्ट्रीशियन बनने के असफल प्रयास ने आज सुनील को एक कंपनी की सीनियर टीम में ला कर खड़ा कर दिया अगर सुनील वहां असफल नहीं हुआ होता तो आज कोई इलेक्ट्रिक सामान की दूकान चला रहा होता।
प्रेम जैन
असफलता से हार ना मानने की बात हो और प्रेम जैन का जिक्र ना हो ये हो नहीं सकता। एक इंसान जिसको देख कर मैंने असफलता से लड़ना सीखा जिस के सकारात्मक दृष्टिकोण (Positive attitude) को कोई परेशानी हिला नहीं सकती। एक अच्छे कॉर्पोरेट कैरियर (corporate career) को छोड़ कर बिज़नेस में आये और एक online portal बनाया। Investor की चालाकी से product बिना फायदे दिया हाथ से निकल गया। फिर से दो नए portal बनाये परन्तु वहाँ फिर से असफलता हाथ लगी। इधर असफल (Fail) होने का दौर चल रहा था और साथ में सेहत के साथ भी परेशानिया आने लगी।
हर असफलता (failure) उनके मन में आगे फिर से कुछ नयी कोशिश करने की एनर्जी डालती है। आज फिर से एक नए online venture के साथ मार्किट में है। इसके साथ ही प्रेम Event management company और Business consultantcy भी चलते है जिसमें काफी नए entrepreneurs को बिज़नेस चलने में मदद कर रहें है। एक बात प्रेम हमेशा बोलते है – “पानी में कूद गए है अब अगर रुक गए तो डुब जायेंगे इसे से अच्छा है हाथ पैर मरते रहो तैरना आ जायेगा और निकल जायेंगे” मतलब कोशिश करते रहो कामयाबी एक न एक दिन जरूर मिलेगी।
असफलताएं सफलता की सीढ़ियां हैं। असफलता के बिना, हम कभी नहीं सीखेंगे कि कैसे सफल होना है।
मैंने आप चार कहानी ऐसी बताई है जो मेरी आँखों देखीं है और यहाँ आपको ये पता चला की इनका असफलता ही इनकी कामयाबी की सीढ़ी थी। इस लेख को लिखने का मेरा मकसद सिर्फ इतना था कि आप असफल (Fail) होने को अवसर की तरह लें तो आपको आगे अवसर ही अवसर मिलेंगे जरुरत है तो बस चलते रहने की।
आखिर में एक बात बोलना चाहूंगा जिस दिन से हम पैदा होते है उसी दिन से हम असफलता से निकल कर सफल होते है वो चाहे बार बार गिर के चलना सीखना हो, चाहे गलत गलत शब्दों का बार बार बोलकर सही बोलना शुरू करना हो और चाहे बार-बार गिरकर साइकिल चलना सीखना हो, हम असफल होते रहे और कोशिश करते रहें और सारे कामों में सफल हुए।
कुछ मेरे पसंदीदा quotes जो महान लोगो ने असफलता (failure) के बारे में बोला है-
- Failure is there to teach you something so that you can go beyond that. There is a lesson hidden in there. – Irrfan Khan
- “Failure will never overtake me if my definition to succeed is strong enough.”- Dr APJ Abdul Kalam
- “Try again. Fail again. Fail better.” ― Samuel Beckett
- “The difference between average people and achieving people is their perception of and response to failure.” ― John C. Maxwell
- “Failure is only the opportunity more intelligently to begin again.” ― Henry Ford
- “Don’t fear failure — not failure, but low aim is the crime. In great attempts, it is glorious even to fail.” ― Bruce Lee
- “The secret of life is to fall seven times and to get up eight times.” — Paulo Coelho
- “You can’t let your failures define you. You have to let your failures teach you.” ― Barack Obama
- “Failure is success in progress.” ― Albert Einstein
- “Those who dare to fail miserably can achieve greatly.” ― John F. Kennedy
Life Lessons से संबंधित हमारे कुछ और लेख जिन्हे आप पढ़ सकते है-
जीवन में खुश रहने के 10 सूत्र (10 ways to be happy in life)
अपने नकारात्मक विचारों पर काबू कैसे पाएं (How to Overcome Negative Thoughts)
आपकी मानसिकता आपकी असफलताओं का कारण है(Your mindset is the reason for your failures?)
सुखी जीवन जीने के रहस्य (The Secrets To Living A Happier Life)
13 thoughts on “असफलता के क्या मायने हैं अवसर या अंत ?( The other side of failure, depends which side you see and how?)”
Its a outstanding article, it has very deep meaning, and success without a failure is a matter of luck, but sucess after failure is a result of Determination and perseverance
अदभुत, पहली बार ऐसा ब्लॉग मिला जिसमें कुछ ऐसा लिखा है जिसे पढ़ कर लगा जैसे ये अपनी ही कहानी हो ।
जोगिन्दर जी आप बहुत अच्छा लिखते है मैंने सब्स्क्राइब कर लिया है जिस से आपके और पोस्ट का मुझे पता चलता rahe
नरेन्दर जी ये कहानी हमारी और आपकी ही है हर उस आम इंसान की है जो मेहनत करता है और एक दिन अपनी मंजिल पा लेता है।
:)
बड़ा जोश आया है आपकी पोस्ट पढ़ कर। असफलता को आपने बड़ी अच्छी तरीक़े से समझा दिया ।अगर कोई इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ ले तो वो कभी भी असफलता से ख़बराएगा नहीं। आपके आने वाले पोस्ट का इंतज़ार रहेगा
Ankit Bhardwaj
धन्यवाद आपका।
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दिल छू गया ये लेख कमाल लिखा है भाई जान
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