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क्या डिब्बे वाला प्रोटीन लेना सही है ?- All About Whey Protein

All About Whey Protein

क्या होता है डिब्बे वाला प्रोटीन (Whey Protein)?

आजकल बच्चे डिब्बे खा कर बॉडी बनाते है।

क्या बॉडी बनाने वाले प्रोटीन के डिब्बे ख़राब होते है?

आपने डिब्बे खा कर बॉडी बनायीं होगी।

प्रोटीन के डिब्बों में स्टेरॉयड होते है।

क्या व्हे प्रोटीन (Whey Protein) लेना सुरक्षित है?, क्या व्हे प्रोटीन (Whey Protein) से लीवर और किडनियों को नुकसान होता है?

व्हे प्रोटीन (Whey Protein) खाने का सही समय कौन सा हैं?

ये आम बातें है जो आजकल किसी अच्छी बॉडी वाले फिट इंसान को देख कर अक्सर आपने लोगो को बोलते हुए सुना होगा। मैं कही पर था और वह कुछ लड़के आये जिनके शरीर काफी सुडोल थे तो वंहा मैंने कुछ लोगो को ये बोलते हुए सुना ये सब बॉडी बनाने के डिब्बे खाते है उस से इनका शरीर इतना फूल जाता है।

कुछ माता-पिता भी अकसर अपने बच्चों को बोलते है

जिम तो चले जाओ परन्तु कोई बॉडी बनाने वाला डिब्बा या कोई प्रोडक्ट नहीं लेना है।

लोग ऐसा क्यों बोलते है और आखिर ये डिब्बा है क्या? ये डिब्बा है व्हे प्रोटीन (Whey Protein)

व्हे प्रोटीन (whey protein) को लेकर बहुत ज्यादा गलत धारणा लोगो में फैली हुई है। इसके पीछे क्या वजह है क्या वाकई ये ख़राब चीज है ये है क्या कैसे बनता है कितना सुरक्षित है आज यही सब मैं आपको बताऊंगा।

क्या होता है व्हे प्रोटीन (What Is Whey Protein)-
व्हे प्रोटीन दूध से बनाया जाने वाला पदार्थ है। जो दूध हम पीते है उसमें दो तरह के प्रोटीन होते है कैसिइन प्रोटीन (casein protein) और व्हे प्रोटीन (Whey Protein). इसमें कैसिइन प्रोटीन (casein protein) की मात्रा 80% और व्हे प्रोटीन (Whey Protein) की मात्रा 20% होती है।

कैसे बनता है-
अब अगला सवाल आता है कि इसका पाउडर कैसे बनाया जाता है। आप सभी ने अपने घर में देखा होगा जब कभी दूध फट जाता है या उसको फाड़ा जाता है पनीर बनाने के लिए तो पनीर बनाने के बाद उसमें कुछ पानी बच जाता है जो हल्के सफ़ेद रंग का होता है जिस को हम फेंक देते है बस यही वह पानी है जिस से व्हे प्रोटीन बनाया जाता है।

दूध की बड़ी बड़ी डेरी में जब दूध से पनीर (cheese) बनाया जाता है तो उसके बाद बचने वाले पानी को सूखा कर ( with various processing steps ) पाऊडर बनाया जाता है जिस से raw whey protein मिलता है मतलब ऐसा व्हे प्रोटीन जिसमें कोई स्वाद नहीं मिलाया गया है। इसका स्वाद कुछ ख़ास नहीं होता है तो बाद में अलग-अलग कम्पनी इसमें अलग-अलग स्वाद (artificial flavours) जैसे चॉक्लेट, वैनिला, स्ट्रॉबेरी इत्यादि मिलते है जिस से इसका स्वाद अच्छा लगने लगता है। बस इस तरह से आपका व्हे प्रोटीन बनता है जिसकी बाद में डिब्बों में या पैकेट में पैकिंग की जाती है।

इसके आलावा बहुत से कम्पनियाँ इसमें मीठा, पाचक एंजाइम, विटामिन्स, क्रिएटिन, जड़ी बूटी और भी बहुत कुछ मिलती है। इस से इसकी कीमत ऊपर नीचे होती है। वैसे आप raw whey protein भी ले सकते है जो इन सब मिक्सिंग वाले व्हे प्रोटीन से बहुत सस्ता होता है।

व्हे प्रोटीन कितने तरह का होता है-
मुख्य रूप से तीन तरह के व्हे प्रोटीन होते है और ये तीन प्रकार में मुख्य अंतर उन्हें संसाधित (process) करने के तरीके में है।

  1. व्हे प्रोटीन कॉंन्संट्रेट (Whey Protein Concentrate): सबसे पहले कम प्रोसेस करने से व्हे का यह फॉर्म निकलता है। इसमें 70–80% प्रोटीन होता है और कुछ मात्रा में लैक्टोज़, खनिज फैट और मॉइश्चर होते हैं।
  2. व्हे प्रोटीन आईसोलेट (Whey Protein Isolate): कुछ लोग लैक्टोज़ इंटोलरैंट (lactose intolerance) होते है यानि उनको दूध और उस से बने पदार्थो को पचाने में परेशानी होती है इसलिए उन्हें व्हे प्रोटीन कॉंन्संट्रेट को पचाने में भी परेशानी होती है उनके लिए व्हे प्रोटीन कॉंन्संट्रेट को थोड़ा और प्रोसेस किया जाता है और आईसोलेट फॉर्म बनाया जाता है। इसमें करीब 90% या उस से भी ज्यादा प्रोटीन मिलता है और ना के बराबर लैक्टोज़ पाया जाता है जिसकी वजह से इसे पचाने में भी आसानी होती है। इसकी कीमत व्हे प्रोटीन कॉंन्संट्रेट (Whey Protein Concentrate) काफी ज्यादा होती है।
  3. व्हे प्रोटीन हाईड्रॉलाइसेट (Whey Protein Hydrolysate): ऊपर बताये गए दोनों तरह के व्हे प्रोटीन में सबसे ज्यादा प्रोसेस व्हे प्रोटीन हाईड्रॉलाइसेट को किया जाता है जिसके वजह से ये छोटे छोटे प्रोटीन के टुकड़ों में टूट जाता है जिसकी वजह से संवेदनशील पेट वाले लोगों के लिए इसे पचाना बहुत आसान हो जाता है। प्रोटीन का यह रूप सबसे महंगा होता है और इसका इस्तेमाल बेबी फॉर्मूले या दूसरे विशेष औषधीय पौष्टिक उत्पाद के लिए भी किया जाता है।

क्या डिब्बे वाला प्रोटीन लेना सही है
क्या डिब्बे वाला प्रोटीन लेना सही है

व्हे प्रोटीन के क्या फायदे है-
अब ये तो पता कर लिया कि ये बनता कैसे है अब ये समझते है कि इसके क्या क्या फायदे है। व्हे प्रोटीन का प्रयोग ज्यादातर मसल्स बढ़ाने के लिए किया जाता है यानि इसको ज्यादातर जिम जाने वाले यानि कसरत करने वाले या बहुत से खिलाडी करते है।

दरअसल हमारे शरीर में मांसपेशियों विकसित करने में प्रोटीन का सबसे बड़ा हाथ होता है और जिम में व्यायाम करने से ब्रेक हुई मांसपेशियों का सही करने में भी ये बहुत मदद करता है और व्हे प्रोटीन को प्रोटीन की सबसे अच्छी गुणवत्ता वाला प्रोटीन माना जाता है। ये जल्दी से पच जाता है तो इसका असर भी जल्दी होता है वैज्ञानिक रूप से भी देखा जाए तो इसकी biological value अंडो से ज्यादा होती है। इसलिए यह सबसे अच्छा विकल्प निकल कर आता है।

एक आम इंसान को प्रतिदिन 0.8gm प्रति किलोग्राम आपके शरीर के वजन के बराबर प्रोटीन लेना चाहिए जैसे अगर आपका वजन 70kg है तो आपको 70 x 0.8 = 56gm प्रोटीन प्रतिदिन लेना चाहिए। परन्तु अगर आप कसरत करते है और अपनी मांसपेशियों को मजबूत और बड़ी करना चाहते है तो यही मात्रा बढ़ कर 1.2gm से 1.8gm तक चली जाती है।

खाने से इतना प्रोटीन लेना सभी के लिए मुमकिन नहीं हो पता है वही पर व्हे प्रोटीन एक सबसे अच्छे विकल्प के रूप में आता है। इसके 1 स्कूप यही इसकी 1 dose में करीब 25 से 28 gm तक प्रोटीन आपको मिल जाता है तो अगर आप प्रतिदिन इसके 2 scope लेते है तो आपको 50gm प्रोटीन आसानी से मिल जाता है।

मांसपेशियों को मजबूत करने के अलावा व्हे प्रोटीन (Whey Protein) और भी बहुत से फायदे है जैसे-

इसका मतलब यह है कि जरुरी नहीं कि जब आप जिम में जाए या कसरत करें तभी आपको व्हे प्रोटीन (Whey Protein) लेना चाहिए अगर आप प्रतिदिन इसका सेवन करते है तो भी ये आपको फायदे ही फायदे देता है। इसका मतलब ये आपके लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।

कैसे और कब लेना है-
व्हे प्रोटीन (Whey Protein) पावडर रूप में आता है तो आप इसको पानी, दूध या किसी भी शेक में मिलकर लें सकते है। कुछ इसको कसरत से पहले लेते है कुछ बाद, कुछ सोते समय लेते है। अगर आपका लक्ष्य मांसपेशियों मजबूत करना, मसल्स बनाना है तो आप कसरत के बाद लें। अगर आपको वजन कम करने के लिए लेना है तो आप इसको खाने के बीच में ले सकते है जिस से आपका पेट भी भर जायेगा और ज्यादा कैलोरी भी नहीं लेनी पड़ेगी। अगर आपको दिन में दो बार लेना है तो आप एक बार सोने से पहले लें।

क्या व्हे प्रोटीन का कोई नुकसान है क्या इस से मेरे लीवर और किडनियों को नुकसान हो सकता है।
नहीं इसका कोई नुकसान नहीं है। ये आपको तब ही परेशान कर सकता है जब आप इसे हद से ज्यादा खाते है जैसे किसी भी खाने की चीज को हद से ज्यादा खाने से होता है।

All About Whey Protein

कुछ लोगो की नजर में ये इतना बदनाम क्यों है। क्यों बोला जाता है कि डिब्बा खा कर शरीर फुलाया है। क्यों आज बहुत से माता-पिता इसको बुरा मानते है?

यह एक सवाल बहुत मत्वपूर्ण है जिसके बारे में सबको पता होना चाहिए। प्रोटीन सप्लीमेंट को डब्बे वाला प्रोडक्ट के नाम से बदनाम होने के पीछे दो तरह के इंसान है।

पहला सप्लीमेंट बेचने वाले लालची दुकानदार और दूसरे बिना किसी ज्ञान के बने हुए जिम के अनपढ़ कोच या आप उन्हें गुरु जी भी बोल सकते है।

आपको एक बात समझनी पड़ेगी कोई भी सप्लीमेंट आपको स्टेरॉयड जैसा रिजल्ट नहीं दे सकता है मतलब जल्दी रिजल्ट। अगर आप सही से डाइट लेते है सही से सप्लीमेंट लेते है और सही से कसरत करते है तो भी आपको 1 से 2 साल लग जायेगे अपने शरीर में कुछ अच्छा बदलाव देखने में।

आज कल की लड़को को बड़ी जल्दी रहती है और जब ये लड़के किसी लालची सप्लीमेंट बेचने वाले या किसी बिना ज्ञान के कोच के पास जाते है और बोलते है कि मुझे जल्दी से बॉडी बनानी है पर स्टेरॉयड नहीं लेने तो ये क्या करते है ये जो करते है बास वही इस प्रोटीन के प्रोडक्ट को बदनाम कर देता है। वो दुकानदार या वो कोच उस व्हे प्रोटीन (Whey Protein) के डब्बे का लेवल निकाल देता है और उसमें स्टेरॉयड की गोलिया पीस मिला देता है।

जब आप इसको लेना शुरू करते है तो आपको जल्दी रिजल्ट आने लगता है। परन्तु जैसा कि मैंने बताया इसमें स्टेरॉयड है कुछ समय बाद उनका बुरा असर आना शुरू हो जाता है या इनको लेना बंद करते ही वापिस आपकी बॉडी पहले जैसी दिखने लगती है और आपको लगने लगता है कि ये व्हे प्रोटीन (Whey Protein) एक ख़राब प्रोडक्ट होता है।

बस यही वजह है कि लोग या आपके माता-पिता इसको बुरा मानते है क्योकि किसी ना किसी के बारे में उन्होंने सुना होगा जिसने ऐसे मिलावट वाले प्रोडक्ट को लिया होगा और उसे स्टेरॉयड मिला होने के कारण कोई परेशानी हो गयी होगी।

आखिर में मैं यही बोलना चाहूंगा कि आपकी रोज की प्रोटीन की जरुरत को पूरा करने के लिए व्हे प्रोटीन (Whey Protein) आप के लिए ये बहुत अच्छा सप्लीमेंट हो सकता है जिसे आप बिना डरे ले सकते है। अगर आपको कोई लीवर और किडनियों से सम्बंधित कोई बीमारी है या कोई दूध से एलेर्जी है या आपकी पाचन क्रिया कमजोर है तो आप व्हे प्रोटीन (Whey Protein) शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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